होली-खुशियों का त्यौहार
होली रंगों का ही नहीं जमीं के तारों,
होली खुशियों का त्यौहार,
जीवन मूल्यों की देता शिक्षा,
शांति-समता का सुखद -सुविचार
नकारत्मकता का त्याग है होली,
सकारात्मकता का निर्मल विचार
होलिका दहन ना-ना,
बुराइयों का दहन हाँ-हाँ
जहाँ वालों होली खुशियों का त्यौहार l
होली का सन्देश निश्छल,
बंधुत्वभाव,समता-एकता,सदाचार
जाति-पांति,ऊंच-नीच का भेद ना-ना
मिलमिलाप, आत्म विश्वास का इजहार
खुशी-खुशी माथे रंग सजे,
क्या जाति-धर्म ? सब रंगों में हो एकाकार
जहां मेँ साजे अपना रंग,
एकता-सौहार्द विश्वबंधुत्व की गूंजे ललकारl
मुश्किलों का हो वक्त भले,
आशावाद की बहती रहे बसंती फुहार
फाल्गुन मास, प्रकृति नव जीवन का,
करती आवभगत-सत्कार,
हम जीवन के बदलाव को,
आओ मन से करें स्वीकार l
आशावाद है समाधान,विश्वास, सफलता का सार
होली सदप्रेम, भाईचारे का निर्मल,निश्छल त्यौहार,
रंग सरसे, उड़े ग़ुलाल,
शांति-सदभावना का उपहार
होली कहती बनो,
नेक सच्चे और रिश्ते संग ईमानदारl
सहकार,सामंजस्य, विश्वास की दुनिया तलबदार
शांति और सदभावना के वाहक,
भारतीय मूल के अपने त्यौहार
रूढ़िवाद,मन की मैल का कर दहन ,
खुशी -खुशी करें रंगों की बौछार
दुनिया वालों भारत के रंग में रंग जाओ
होली बुराइयों का तिरस्कार, सच्ची खुशी और सहकार
आओ मनाएं,सामंजस्य,आशवाद,प्रेम,ईमा
रंगोंत्सव खुशियों का त्यौहार................ I
नन्दलाल भारती
इंदौर (मध्य प्रदेश)
13/03/2025
रंगोंत्सव की हार्दिक बधाई एवं मंगलकामनायें
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