चेतन रोने की नौबत कैसे आ गई ?लोगों को सुखी रहने की मशविरा देने वाला दुखी मनसुख भाई बोले ।
मनसुख भाई रोने की नौबत कई साल पहले पच्चीस अप्रैल को बड़े बेटे के ब्याह के तुरन्त बाद ही आ गई पर आंसू पीकर जीता रहा ।
अचानक कई सालों के बाद आंसुओं के बाढ क्यों मनसुख भाई पूछ बैठे ।
भावुकता के आंसू हैं, अचानक छोटा आज बहुत बड़ा हो गया।
कौन सा बड़ा काम कर दिया मनसुख भाई उत्सुक होकर पूछे ?
छोटा फिजूलखर्ची कर रहा है, मैं परेशान होकर दो महीने के खर्चे का चिट्ठा उसके सामने रख दिया । वह माफी मांगते हुए बोला पापा को कभी पैसे की कमी नहीं आने दूंगा बस नौकरी ज्वाईन कर लू चेतन बताये ।
वह तो जल्दी करने वाला है, खैर गलती मानकर आश्वासन अच्छी बात है मनसुखभाई बोले ।
और भी अच्छी बात है ।
वह क्या मनसुखभाई पूछे ?
छोटा बेटा बोला पापा विश्वास करो मैं न आपको न मम्मी को भैया की तरह छोडकर कभी नहीं जाऊंगा ।
मनसुख भाई-ये तो सचमुच खुशी की बात है। तुम छिप छिप कर रोना बंद करो,जीवन का लुत्फ उठाओ करोड़पति चेतन।
डां नन्द लाल भारती
24/02/2020
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