लघुकथा-मेडिकल इंसेंटिव केयर यूनिट
कौन था फोन पर बसुधा ?
आपकी बहनजी?
सब ठीक-ठाक है।
होगा .........? आ रही हैं पूछ लेना।
रूखा और इतना रुखा की कलेजा मुंह को आ जाय।
बसुन्धरा क्या हुआ? कोई दिक्कत है क्या?
आ रही है पूछ लेना अभी बताती तो थी।
कब आ रही है?
जल्दी ही घंटे भर में।
कोई ट्रेन तो नहीं है अभी जयेश बोले।
आ गयी है।
क्या? कहां रुकी है ?
नरायण के घर,रात में या शाम को आ गयी थी।
हम अब इतने पराये हो गये हैं कि बहन भाई को बताने की जहमत नहीं उठाई बसुन्धरा आंख मसलते हुए बोली।
कौन सी खता मुझसे हो गई जयेश बोले?
कह रही थी, भैया को सरप्राइज देना था।
बहन की सरप्राइज जान लेकर रहेगी क्या ?
बहन जी आयी,और सरप्राइज विजिट कर चली गई । बहनजी के जाते ही जयेश को दर्द हुआ और वे शहर के बड़े अस्पताल के मेडिकल इंसेंटिव केयर यूनिट में पड़े मिले थे ।
नन्दलाल भारती
०९/०५/२०२४
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