पापिन
आंखें लाल चेहरा सूजा हुआ क्या हुआ रजिया बहन
?
मुसीबत ने सांप की तरह जकड़ रखा है।सांस लेना मुश्किल हो गया है संजीदा बहन रजिया बोली।
वजह क्या है बहन संजीदा पूछी ?
वजह तो पुरानी है बड़ी बहू।
कानपुर वाली क्या?
हां बहन पर शहर का क्या दोष है?दोष तो ठग मां- बाप का है जिसने अपनी साइको बेटी को सती सावित्री का चोला ओढ़ाकर ब्याह कर दिया। लगता है हम दोनों बूढ़े बूढ़ी की असमय जान लेकर छोड़ेगी ठग-बदमाश की साइको बेटी रजिया बोली।
बाप रे इतना बड़ा दुःख संजीदा माथा ठोकते हुए बोली।
हां बहन बेटा का दुःख भारी हो गया है। मां -बाप और बेटी दिन रात प्रताड़ित कर रहे हैं।साइको बेटवा पर प्रहार भी करती है और थाने जाकर बैठ जाती है। पुलिस भी बेटवा को लूट रही है। मां -बाप और बेटी तो कर ही रहे हैं। परिवार के किसी सदस्य को मिलने और फोन करने पर साइको की सख्त मनाही है। बेटा सश्रम कारावास काट रहा है। देखें थे हसीन सपने और अब साइको उजाड़ रही है । कानूनी तौर पर हाथ भी कट चुके हैं संजीदा बहन।
साइको के मां-बाप अपनी जड़ में खौलता पानी डाल रहे हैं, रजिया बहन तुम्हारे आंसू ठगों के दीये एक बुझा देंगे अगर ऐसा चलता रहा तो संजीदा बोली।
न्याय तो परमात्मा को करना है। अब तो उसी पर उम्मीद टिकी है। संजीव के पापा की बीमारी बढ़ती जा रही है। कुछ देर पहले उनका बीपी बहुत हाई था कह रहे थे,अगर मैं असमय मर गया तो इसका कारण ठग की बेटी बड़ी बहू होगी। पापिन को मेरा शरीर छूने नहीं देना।
भैया को समझाओ चिंता ना करें। जो साथ हैं उनके साथ ख़ुश रहने की कोशिश करें। तुम्हारी साइको बड़ी बहू बहुत बड़ी पापिन है।
नन्दलाल भारती
01/04/2023
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