Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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हमको आगे बढ़ना है

 

मंजिल को जब है पाना ,
खतरों से क्यों कर डरना ।
बाधाओं से टकराकर ,
हमको है आगे बढ़ना ।।1।।

 

आँधी हो चाहे तूफान ,
पथ पर हमें न है रुकना ।
हर सूरत में जैसा भी हो ,
हमको है आगे बढ़ना ।।2।।

 

पढ़-लिखकर हम सबको ,
भारत का है शान बढ़ाना ।
इसकी सेवा में रत रहकर ,
हमको है आगे बढ़ना ।।3।।

 

 

 

डॉ. प्रमोद सोनवानी ‘पुष्प’

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