Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

सत्य

 
 मुक्तक

विषय "सत्य"

अहम प्रकाशित हो सदा, सत्य तथ्य से जान।
 सदा प्रकाशित सत्य से  , अविवेकी श्री मान।
सदा विवेकी  मानते ,ईश्वर का आदेश।
स्वचिंतन दिन रात कर, करें ईश का ध्यान।

सत्य कभी डिगता नहीं, सत्य मार्ग से जान।
 सदा बदलता  राह है , असत्य  मार्ग श्री मान ।
 सत्य चिरंतन तत्व है , यह है अपरंपार,
 सत् चित यह आनंद है ,तत्व विवेकी ज्ञान।  

डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम

Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ