मुक्तक
विषय "सत्य"
अहम प्रकाशित हो सदा, सत्य तथ्य से जान।
सदा प्रकाशित सत्य से , अविवेकी श्री मान।
सदा विवेकी मानते ,ईश्वर का आदेश।
स्वचिंतन दिन रात कर, करें ईश का ध्यान।
सत्य कभी डिगता नहीं, सत्य मार्ग से जान।
सदा बदलता राह है , असत्य मार्ग श्री मान ।
सत्य चिरंतन तत्व है , यह है अपरंपार,
सत् चित यह आनंद है ,तत्व विवेकी ज्ञान।
डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
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