वीर शिवाजी की गाथाएं ,हमको याद जुबानी है ।
माता जीजाबाई की है, दीक्षा बहुत पुरानी है।
गुरु समर्थ के लिए शिवाजी, दूध शेरनी का लाया
औरंगजेब दुष्ट राजा को ,सबक बहुत है सिखलाया ।
राजनीति कुछ काम ना आई, शिक्षा बहुत पुरानी है ।
माता जीजा बाई की है, दीक्षा बहुत पुरानी है।
वीर शिवाजी की गाथाएं, हमको याद जुबानी है ।
कूटनीति कुछ काम ना आई, अफजल खाँ को मार दिया।
देशभक्त हुए वीर शिवाजी, मुगलों पर रण में वार किया।
छापा मारो युद्ध कौशल की, ईच्छा बहुत पुरानी है ।
माता जीजाबाई की है, दीक्षा बहुत पुरानी है।
वीर शिवाजी की गाथाएं, हमको याद जुबानी हैं।
हिंदू शासक बने शिवाजी, छत्रपति राजा कहलाये।
शत्रु को रण में धूल चटा कर, दुश्मन का दिल दहलाये।
हिंदू हृदय सम्राट छत्रपति, शिक्षा बहुत पुरानी है ।
माता जीजाबाई की है, दीक्षा बहुत पुरानी है ।
वीर शिवाजी की गाथाएं, हमको याद जुबानी है।
डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
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