Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

खुबसूरत बेवफ़ा नहीं होती

 

किसी ने बोला
’हर खुबसूरत चीज़
बेवफ़ा होती है’
फिर भी प्यार
हर खुबसूरत चीज़ से हीं होता है
क्योंकि...
खुबसूरती एक नशा है
जिसमें डूब जाना है
एक मरूस्थल है
जहाँ हर कोई प्यासा है
फिर भी...
वह बेवफ़ा नहीं
वह तो वफ़ा करती है
कुछ पल के लिए ही सही
हर गम बुला देती है
खुद को समर्पित कर
प्यार का एहसास देती है।

 

 

 

डॉ.राजश्री मोकाशी

Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ