Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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गंभीर कामना

 

मजाक नहीं कर रहा हूँ यार
वाकई मेरी इच्छा है कि अपे देश पर कुर्बान हो जाऊं.
मेरी आत्मा कहती है कि तू सच के लिए ही लड़
प्यार के लिए जी और देश के लिए मर.
मेरे मित्र ने पूछा, अगर तुम्हारा बाप भी
देश के दुश्मनों का पक्ष लेता तो तुम क्या करते?
मैंने मित्र को कोई जवाब न दिया, पर
मै तैयार हूँ कि यदि मेरा बाप और माँ भी
ऐसा करेंगे तो दुश्मनों की तरह उन्हें भी दलेंगे.
जानते हो क्यों?
इसलिए कि माँ सिर्फ मेरी माँ है
पिता सिर्फ मेरे पिता हैं
पर अपना देश तो मेरे पूर्वजों की भी माँ है
और देश का गौरव?
मेरे पूर्वजों का भी पिता है.

 

डा० रमा शंकर शुक्ल

 

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