Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

सहन नहीं होगा

 

नहीं ये सहन नहीं होगा
कोई देश सुधारने की बात करे!
चोरों को गरियाये
दूसरों को मारने की बजाय
चीखते हुए मरे.
यह बहम नहीं
पूरा का पूरा सही है
वहाँ जो खून हुआ था
कुर्सी पर बैठा आदमी वही है.
ये सहन नहीं होगा
बिलकुल नहीं होगा जनाब
की कोई लड़की जाति से बाहर
मोहब्बत करे
देवताओं की बात और है.
जाति का ज़िंदा रहना जरूरी है
प्रेमी मरेगा या खुद
अब ये तो तय वही करे.

 

डा० रमा शंकर शुक्ल

 

Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ