अब तो अंतरिक्ष में भी
फूल उगने लगे हैं ।
खबर अच्छी है.........
आशाओं के समंदर
उछलने लगे हैं तब से ।
किसी रोज स्वार्थों के अंतरिक्ष में
हम भी
निःस्वार्थ के सुमनों को
उगा पाएँगे......शायद....?
डॉ. शुभ्रता मिश्रा
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अब तो अंतरिक्ष में भी
फूल उगने लगे हैं ।
खबर अच्छी है.........
आशाओं के समंदर
उछलने लगे हैं तब से ।
किसी रोज स्वार्थों के अंतरिक्ष में
हम भी
निःस्वार्थ के सुमनों को
उगा पाएँगे......शायद....?
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