Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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आशा....

 

अब तो अंतरिक्ष में भी
फूल उगने लगे हैं ।
खबर अच्छी है.........
आशाओं के समंदर
उछलने लगे हैं तब से ।
किसी रोज स्वार्थों के अंतरिक्ष में
हम भी
निःस्वार्थ के सुमनों को
उगा पाएँगे......शायद....?

 

 

 

डॉ. शुभ्रता मिश्रा

 

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