अब इस नासमझ को समझाये कौन
भ्रष्टाचार चुनौती है, इसे मिटाये कौन
जमाना अब पहले सा नहीं रहा
बेमौत , मौत को गले लगाये कौन
दुर्योधन का मामा, शकुनी जिंदा है
जीजा धृतराष्ट्र को समझाये कौन
अमर है जमीं - आसमां, सूरज -चाँद
मिट चली गंगा की, कसम खाये कौन
संसद में चोर- उचक्के ,चुनाकर जा रहे
देश के खज़ाने को लूटने से बचाये कौन
हस्तिनापुर में, द्रोपदी नित नंगी हो रही
पितामह ! प्रतिग्या तोड़ो, समझाए कौन
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