Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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अब इस नासमझ को समझाये कौन

 

अब  इस नासमझ को समझाये कौन

भ्रष्टाचार चुनौती  है, इसे मिटाये कौन


जमाना   अब  पहले  सा  नहीं  रहा

बेमौत , मौत  को  गले  लगाये कौन


दुर्योधन  का  मामा, शकुनी  जिंदा है

जीजा   धृतराष्ट्र  को  समझाये  कौन


अमर  है  जमीं - आसमां, सूरज -चाँद

मिट चली  गंगा की, कसम खाये कौन


संसद में चोर- उचक्के ,चुनाकर जा रहे

देश के खज़ाने को लूटने से बचाये कौन


हस्तिनापुर में, द्रोपदी नित नंगी हो रही

पितामह ! प्रतिग्या तोड़ो, समझाए कौन

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