Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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दुनिया ने तेरी यादों से हमको बेगाना किया

 

दुनिया  ने  तेरी यादों से हमको बेगाना किया

सिखलाकर फ़लक को तर्जे1वफ़ा मिटाना किया


फ़सले - गुल2   गुलशन   में आना  छोड़

कलियों  से  न  मिलने  का  बहाना  किया


बिजलियाँ  बेताबहोरहींबार-बारजलाने

उसे, जिस  डाली को हमने आशियाना3 किया


कहते, मिलती  है  अबद4 इश्क के मैखाने में

यही सोचकर हमने अरबाबेको कशानाकिया


उम्रे- मुख्तसर7  से  बेखबर यह दुनिया, सुना-

सुनाकर अहबाबे8के ताने को,हमें सताना किया



1.उपाय 2.फ़ूलों की ऋतु 3.ठिकाना 4.लम्बी आयु

5. मैखाने 6.घर 7. अल्प आयु 8 .मित्रगण



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