इधर भी दर्द होता है
उधर भी दर्द होता है
तुमने छुआ , जहाँ - जहाँ
वहाँ - वहाँ दर्द होता है
दर्द तब और बढ़ जाता है
जब मौसम सर्द होता है
आँखें झड़ती हैं , सामने
जब तुमसा कोई मर्द होता है
तारा, इश्क वह रोग है, जिसका
दुनिया में, न कोई मर्ज होता है
डा० श्रीमती तारा सिंह
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