जो तुम न होती, हम न होते
किस्सा-ए गम न होते
रात-रात भर जाम चलता
कोई किसी से कम न होते
दुनिया की नजरों में हम सही
मगर हम , हम न होते
होता कोई हम जैसा मगर
हम सा कोई हमदम न होते
देता जो भाग्य साथ हमारा
हम इतने बेरहम न होते
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जो तुम न होती, हम न होते
किस्सा-ए गम न होते
रात-रात भर जाम चलता
कोई किसी से कम न होते
दुनिया की नजरों में हम सही
मगर हम , हम न होते
होता कोई हम जैसा मगर
हम सा कोई हमदम न होते
देता जो भाग्य साथ हमारा
हम इतने बेरहम न होते
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