Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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कहकर मुकर जाये,तो अच्छा है

 

      इतना कहकर मुकर जाये,तो अच्छा है

उस  कातिल से न मिलूँ तो अच्छा  है


जिंदारहना   चाहता  कौन , सुनकर

उसकी  हालात, मर जाऊँ तो अच्छा है


सब को  चिंता अपने-अपने मज़हब का

मज़हबी  चिंता  छोड़  दे, तो अच्छा है


मिलकर  अगर  रंज होना  है, तुमको

ख़ुदा  के  लिए न  मिलो,तो अच्छा है


क्या- क्या  मिलाये  खाक  में,चाँद से

न  पूछकर, खुद  से पूछो,तो अच्छा है


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