नये वर्ष का नया दिन मुबारक है आपको
मिले वह सब कुछ, जिसकी चाहत है आपको
कभी न बेरहम हो, वक्त का मिज़ाज़ आप पर
हर हसीन वादियों में घूमने की इजाजत है आपको
चुप सी है मोहब्बत की फ़ज़ा,कुछ न कहिये मुँह से
ऐसे भी इशारों में कहने की आदत है आपको
काट डालिये बेबसी की हर जंज़ीर को,ख़ुदा से
बेफ़िक्री में घूमने की मिली ज़मानत है आपको
कभी न अस्त हो आपके भाग्य का चमकता सूरज
चाँद- तारों से भरा आँगन मुबारक है आपको
Dr Srimati Tara Singh
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