दयारे गम में दिल मेरा छूट गया
कहीं , जो तुमको बतलाया
तुमने मुझको रुलाया
मेरे दिल को जलाया
तू औरत है बेवफ़ा , कहकर
मेरे प्यार को ठुकराया
तमाशा जो देखा न कभी
तुमने उस तमाशे को दिखलाया
नसीब उठाता जिसे, तुमने अपने
हाथों से उस दिल को उठवाया
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