सुबह, शाम,दोपहर, दिन-रात हो
हम-तुम,हमारा -तुम्हारा साथ हो
दुख आये या सुख जाये
एक दूजे के हाथ में हाथ हो
कोई न दरमियां आये कभी
मौसम शीत, ग्रीष्म, बरसात हो
इश्क मरता नहीं, मिटने को हो
लाचार, ऐसा न कभी हालात हो
कल का किसे पता,जब साँसों की
डोर किसी और के हाथ हो
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