आँखों ही आँखों ने कह दी
हौले से आँखों में ....
आँखों में बसी अनकही बातें ....,
और आ गयी उतर कर
आँखों से उनके
आँखों में बसी पुलक
बनकर मुसकराहट
उनके ओठों में हौले-से ...!
-डॉ. सुरेन्द्र यादव , इंदौर
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आँखों ही आँखों ने कह दी
हौले से आँखों में ....
आँखों में बसी अनकही बातें ....,
और आ गयी उतर कर
आँखों से उनके
आँखों में बसी पुलक
बनकर मुसकराहट
उनके ओठों में हौले-से ...!
-डॉ. सुरेन्द्र यादव , इंदौर
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