Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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करो भारत को नमन

 

करो भारत को नमनबोलो भारतीय हैं हम
 
भारत   की   माटी   नहीं,  चंदन   से   कम
 
करो भारत को नमनबोलो भारतीय हैं हम

 

हम   कहीं   भी   जीयें ,हम   कहीं   भी  रहें
 
न    उतरे    कभी,   भारतीयता    का    रंग
 
करो  भारत को नमनबोलो भारतीय हैं हम

 

यहाँ   बहती   है   गंगास्वर्ग    से   उतरकर
 
यमुना     में   खेलता,   श्याम    का   रंग
 
करो  भारत  को नमनबोलो भारतीय हैं हम

 

यहाँ   पत्थर   भी   गातेपर्वत   भी   पिघलते
 
यहाँ   अतिथि    सेवा  न   देवता   से   कम
 
करो भारत  को  नमनबोलो भारतीय हैं हम

 

हमें  गीता  भी प्यारी और बाइबिल भी प्यारा
 
यहाँ   कुरान ,      रहता   पुराण   संग
 
करो  भारत  को नमनबोलो भारतीय हैं हम



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