Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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जन्नत और जहन्नुम

 
10 hrs· 

" जन्नत , हमारी दुनिया से बहुत बड़ी होगी और जहन्नुम उससे भी कई गुना बड़ा होगा
" अब क्या चढ़ गयी है?
" अरे नही बाबा , सदियों से लोग मर रहे है , अरबो खरब लोग तो अभी तक मर चुके होंगे , फिर वहाँ की आबादी मसलन हूरे अलग तो जगह बड़ी होनी चाहिए न!
" अब रहने भी दो नही तो थोड़ी देर बाद दार्शनिक स्टाइल में कहोगे कि पुनर्जन्म होता तो जनसंख्या ही नही बढ़ती या फिर आज की आबादी कई गुना ज्यादा होती.
" फिर भी ..
" छोड़ो भी , कान मत खाओं , जब हम अपनी मर्जी से आते न जाते है तो फिर बुध्दि लड़ाने की जरूरत क्या है?
जावेद उस्मानी

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