खबर उड़ कर आयी है अज़ल से
कीमते बढ़ी है सियासी फ़ज़ल से
आवाज़ अब तो सुनता नहीं कोई
कुछ लिख के कह देखें ग़ज़ल से
जावेद उस्मानी
जावेद उस्मानी
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खबर उड़ कर आयी है अज़ल से
कीमते बढ़ी है सियासी फ़ज़ल से
आवाज़ अब तो सुनता नहीं कोई
कुछ लिख के कह देखें ग़ज़ल से
जावेद उस्मानी
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