Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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शब्द ! हमें ज़िन्दगी में कितना कुछ देते हें

 

पता नहीं कहाँ, किस देश में ये रिवाज़ है किसी पेड़ को मारना हो तो लोग उसे खड़ा होकर रोज़ गालियां देते हैं ,ताने देते हैं और वो मुरझा जाता है !

एक सीनियर सर्जन ने अपना एक अनुभव हमें बताया था के उनके हॉस्पिटल जॉइन करने के 26 वे दिन गंभीर चोट से अचेत एक अनजान मरीज़ के ऑपरेशन में जाने से पहले उन्होंने एक नर्स को मरीज़ के कान में कुछ उम्मीद के शब्द बुदबुदाते देखा था। ऑपरेशन के बाद होश में आने के बाद भी मरीज़ उन शब्दों को नहीं भूला है। वो राउंड्स पर उनसे पूछता है..

"उन्हें किसने कहा था। "

डॉ उस नर्स को ढूंढ कर शुक्रिया कहते है।
वो जान गये थे "प्रोफेशनल स्किल" के अलावा और बहुत सी चीज़े है जो जीवन में सीखनी है..

शब्द ! हमें ज़िन्दगी में कितना कुछ देते है।
 

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