Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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है ये कहानी वीरो की कहानी

 

है ये कहानी वीरो की कहानी
क्या कहता सुन ये मन है, क्यों सबकी आंखें नम हैं,
कुछ तो खोया है, सब ने रोया है
दर्द है ये दिल की है कहानी, वीरों ने दी है कुर्बानी
है ये कहानी, वीरों की कहानी-२
फक्र है हमको नाज यहीं है, अपने देश का ताज यही है,
सबकी इसने लाज बचा दी, मेरे गीतों का साज यही है
हंस हंस के ये जान लुटा दे, लुटा दे अपनी जवानी
है ये कहानी वीरों की कहानी-२
इसको तोड़ों उसको फोड ो, नेताओं ने राग है छेड ा
जाति क्षेत्र मजहब में तोड ो, ताकि वोट मिले और थोड ा
शहीदों को भी वोट में तोले, कड वी इनकी जुबानी
है ये कहानी वीरों की कहानी-२
आम आदमी भीख मांगता, और नेता को देखो
स्वीस बैंक में नोट छीपाके, कहते देश को बेचों
चिंता छोड ों दुनिया की, तुम अपनी चिंता कर लों
कफन बेचदों वीरों की, पर अपनी जेब तो भर लो
भाषण देकर पेट भरे, ये रित है बड ी पुरानी
है ये कहानी वीरों की कहानी-२

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