Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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हिस्सा और कितना

 

भारत विश्व का एक बड़ा हिस्सा
जिससे हुआ कितना ही हिस्सा।
पाकिस्तान भी इसका ही एक हिस्सा
चीन भी लूटा जिसका एक हिस्सा॥
फिर भी पाक क्यों मांगे एक हिस्सा।
हिस्सा का चक्कर बड़ा निराला
किसी का मन कोरा किसी का मन काला।
साथ ही होता यह बड़ा अनोखा
भाई-भाई तक को देता धोखा॥
आखिर हिस्सा क्या चीज है
शत्रुता का एक बड़ा बीज है।
भाई-भाई से मांगे हिस्सा बेटा बांप से मांगे हिस्सा।
बहन भाई से मांगे हिस्सा
दोस्त दोस्त से मांगे हिस्सा।
बीवी मियां से मांगे हिस्सा
सब कुछ हिस्सा हो जाए
पर एक चीज न कभी हो पाए।
वह है माँ का दुलार माँ का प्यार॥
समझे मेरे यार समझे मेरे यार॥
इसलिए भारत भी एक माँ है
जो और हिस्सों में न अब बंट पाएगा।
अगर कोई जो मांगे अब हिस्सा
वो देश भी अब हिस्सों में बंट जाएगा॥

 

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