Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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दीवाली आ गई फिर से

 

दीवाली आ गई फिर से
बहारें साथ लाई है
हुआ सारा जहां रौशन
सितारे साथ लाई है

 

कहीं रंगीन रंगोली
कहीं पर दीपमाला है ।।
जहाँ जग-मग करे देखो
नज़ारे साथ लाई है

 

मगर जो लोग सरहद पर
अँधेरों में खड़े, सुन ले।।
ख़ुशी घर में तुम्हारे भी
हमारे साथ लाई है ।।

 

 


Narender Sehrawat

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