इसे भी , चाल चलने दो ।।
हवा को रुख बदलने दो ।।
नया सूरज उगेगा फिर ।।
ज़िगर में आग जलने दो ।।
मुझे तस्कीन मत दो; जो ।।
उबलता है , उबलने दो ।।
तलातुम, जलजले, तूफां ।।
ज़मीं को भी मचलने दो ।।
तमन्ना ,आरज़ू , हसरत ।।
न रोको तुम,निकलने दो ।।
अगर जाते हो तो जाओ ।।
मुझे कुछ तो सँभलने दो ।।
Narender Sehrawat
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