नन्ही कली...नहीं खिली...
अच्छा हुआ जो मौत मिली..
.फूल खिलता...तो बलात्कार मिलता..
.बच जाती...तो दहेज़ की बलि चढ़ जाती..
.वनवास की नौबत ही नहीं आती...
दोनों कष्टदायी हैं... हरण हो...या...मरण हो ।
पी के शर्मा
Powered by Froala Editor
नन्ही कली...नहीं खिली...
अच्छा हुआ जो मौत मिली..
.फूल खिलता...तो बलात्कार मिलता..
.बच जाती...तो दहेज़ की बलि चढ़ जाती..
.वनवास की नौबत ही नहीं आती...
दोनों कष्टदायी हैं... हरण हो...या...मरण हो ।
पी के शर्मा
Powered by Froala Editor
LEAVE A REPLY