Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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चुप्पी

 


चुप्पी
शब्द अच्छा लगता है 
तुम्हारी चुप्पी की खामोशी
बहुत कुछ कहती रहती है 
चुप्पी 
इसलिए हमदोनों के रिश्तों को 
जोड़कर मजबूत बना रही है 
और इसी में खुशी महसूस करें 
चुप्पी 
शब्द सुनकर मुझे याद आया 
बचपन में घर के आँगन में 
एक बड़ा सा नीम का पेड़ था 
चुप्पी 
से एक गिलहरी आती थी 
मेरे पैरों के आसपास घूमती रहती 
मैं थोडा पढाई करता या खेलता 
चुप्पी 
गिलहरी की मुझे बेचैन करती 
उसे अपने हाथ में लेता और कभी 
वो खुद मेरे कंधे पे चढ़ जाती थी 
चुप्पी 
शब्द आज पढ़ा तो मुझे लगा 
शायद तुम उस गिलहरी की तरह हो 
भोली सी, निर्दोष और स्वप्नशील भी 
चुप्पी 
तुम्हारा नाम होता तो मान लेता 
तुमने चुप्पी शब्द को अहसास बनाया 
और मैं तुम्हारी चुप्पी में पिघलने लगा 
*
पंकज त्रिवेदी


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