Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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खबर है

 
खबर है
कहीं आँधी, तूफ़ान, बारिश 
कहीं तपिश, उमस, जलन 
खबर है, 
यह सिर्फ़ मौसम के लिए नहीं 
दिलो में भी है न? 
*
पंकज त्रिवेदी




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