मेरे पास दर्द ही दर्द था कहता तो लोग हंसते थे
जब से दर्द को दफ़न कर मुस्कुराया लोग रोते है
|| पंकज त्रिवेदी ||
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मेरे पास दर्द ही दर्द था कहता तो लोग हंसते थे
जब से दर्द को दफ़न कर मुस्कुराया लोग रोते है
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