1.जहाँ शब्द दो,
दोनों के अर्थ भिन्न,
यमक जानो।
2,शब्द हो एक,
अर्थ चिपके कई,
श्लेषालंकार।
3.वर्ण की होती,
आवृत्ति फिर-फिर,
अनुप्रास है।
4.श्रेष्ठ वस्तु से,
सामान्य की तुलना,
उपमा करे।
5.उपमान का,
उपमेय ले रूप,
रूपक बने।
6.प्रस्तुत मानेँ,
अप्रस्तुत को जहाँ,
उत्प्रेक्षा वहाँ।
7.लोकरीति का,
अतिक्रमण दिखे,
अतिशयोक्ति।।
8.विरोध का हो,
जब कहीं आभास,
विरोधाभास।
9.वस्तु हो एक,
वर्णन अनेक हो,
उल्लेख जानो।
10.प्रस्तुत में हो,
अप्रस्तुत की शंका,
संदेह कहो।
पीयूष कुमार द्विवेदी 'पूतू'
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