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Dr. Srimati Tara Singh
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चाँद

 

 

प्रदीप कुमार दाश "दीपक"
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चाँद
01.
मावसी रात
ओढ़ काली चादर
सो रहा चाँद ।
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02.
तरू की ओट
झाँकता रहा चाँद
चिड़़िया चुप्प ।
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03.
नहाता रहा
झील में चाँद पर
दाग क्या छूटा ?
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04.
शिशिर रात
खाँसता रहा चाँद
तारे उदास ।
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05.
दिन है दूल्हा
दूल्हन सज रही
चाँदनी रात ।
06.
चाँदनी रात
चाँद चोर के लिए
देता पहरा ।
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07.
बादल छाए
रूठे चाँद सूरज
हवा मनाए ।
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08.
शायद छू लें
आओ कोशीश करें
चाँद छूने की ।
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09.
नभ हैरान
बादल चुरा लिया
उसका चाँद ।
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10.
चाँद तनहा
झील की पगडण्डी
चला अकेला ।
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11.
चाँदनी रात
रात भर जागता
दीवाना चाँद ।
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12.
बताना मुझे
अब्बू से मिलोगे तो
ओs बाबा चाँद !
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13.
सिसका चाँद
उषा पान करने
उगा आदित्य ।
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14.
कुमुद आश
चाँद पुरा करता
बुझाता प्यास ।
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15.
रात पूनम
चाँदनी बिखेरने
चाँद मगन ।
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