प्रदीप कुमार दाश "दीपक"
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गीत गाती चिड़िया
01.
वन की रानी
गीत गाती चिड़िया
चोंच में पानी ।
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02.
सत्य है जहाँ
प्रभु रहते वहाँ
ढूँढता कहाँ ?
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03.
छोटा दीपक
तिमिर हरण का
बने द्योतक ।
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04.
चुल्हे तो नहीं
गरीब के घर में
जलते पेट ।
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05.
मनुज शक्ति
मिट्टी से अमृत को
निचोड़ लेती ।
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06.
खोदते गड्ढे
दूसरों के लिए जो
गिरते स्वयं ।
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07.
प्रीत के धागे
टूटने को डरते
बंधे गाँठों में ।
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08.
शब्द लहरें
हृदय सागर में
लाती हिलोरें ।
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09.
माया के जाल
मानव जीवन में
जी के जंजाल ।
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10.
जल की धारा
बह पड़ी है मिट्टी
सौंधी महकी ।
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