01.
घायल उरी
इंसानियत राह
है लंबी बड़ी ।
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02.
उरी से सीखें
आदमी आदमी में
कितना फर्क ।
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03.
आतंकी वार
सरहद पे बही
लहू की धार ।
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04.
नन्हीं चिड़िया
भूली वो चहकना
मन उदास ।
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05.
गद्दार पाक
सरहदें बतातीं
वह नापाक ।
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06.
उड़ती नींदें
सरहद पे लगी
खून की छींटें ।
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07.
आतंकी पाक
कश्मीरी गुलाब पे
कीट का घात ।
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08.
श्रद्धा अंजलि
उरी के शहीदों को
अश्रु सुमन ।
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09.
डालियाँ टूटीं
छूटते आशियाने
चिड़िया रूठी ।
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10.
खिला गुलाब
हँसना भूल गया
काँटों के साथ ।
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-प्रदीप कुमार दाश "दीपक"
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