Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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हिन्दी दिवस विशेष

 

01. प्यारी व न्यारी
हिन्दी भाषा हिन्द की
लिपि नागरी ।

02. सजी है हिन्दी
माँ भारती के माथे
बन के बिन्दी ।

03. हिन्दी प्रखर
झरझर स्वर में
बहे निर्झर ।

04. हिन्दी की नदी
कलकल करती
गीत सुनाती ।

05. हिन्दी की वाणी
सूर मीरा तुलसी
धन्य लेखनी ।

06. हिन्दी है मान
हृदय से सुनाती
मानस गान ।

07. धन्य साकेत
थी नारी उपेक्षित
हुई मण्डित ।

08. सोने सी खरी
चाँदी जैसी उज्ज्वल
निर्मल हिन्दी ।

09.माटी सुगंध
ममता का आँचल
करूणा हिन्दी ।

10. उर्दू की दीदी
मराठी की संगिनी
गौरव हिन्दी ।

11. है वरदान
शारदे का सम्मान
हिन्दी महान ।

12. ज्ञान है हिन्दी
हमारी पहचान
सम्मान हिन्दी ।
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□ प्रदीप कुमार दाश "दीपक"

 

 

 

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