01. संघर्ष गीत
नदी गुनगुनाती
जीना सिखाती ।
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02. भव सरिता
मन बना नाविक
खे गया नाव ।
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03. नदी बहती
छलछल करती
गीत सुनाती ।
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04. नदी जो सूखी
घोर अवसाद में
हुई लकीर ।
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05. खुश बटोही
प्यास बुझाती नदी
ठगी रहती ।
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06. बहती नदी
जीवन का प्रमाण
है पहचान ।
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07. नदी की कथा
रेत रेत हो गई
पिहानी व्यथा ।
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□ प्रदीप कुमार दाश "दीपक"
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