01.
पिता का प्यार
विस्तृत आसमान
शाश्वत सार ।
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02.
अम्मा-बापू को
सितारों में ढूँढता
अरसे से मैं ।
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03.
चाँद से कहा
बापू से जब मिलो
बताना मुझे ।
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04.
जवान बेटा
बूढ़ी आँखें ताकती
बने सहारा ।
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05.
थकती नहीं
बेटों की प्रतीक्षा में
अब्बू की आँखें ।
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-प्रदीप कुमार दाश "दीपक"
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