Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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बहूओ ने यह क्या डाला

 

बहूओ ने यह क्या डाला
माँओ से छीन ले गईं उनके बेटे और
अपने बच्चों को बुढ़ा कर डाला।
क्या जवाब देंगी अपने बच्चो को
जब पूछेंगे! मम्मी
आपकी पापा-मम्मी दिखती हैं
कहां रह गए पापा के पापा-मम्मी
वो भी तो नाना-नानी जैसे ही बूढ़े होंगे
मामा-मामी देख भाल करते हैं इनकी
कौन देख भाल करता होगा उनकी
जब मामी अपने घर जाती है बच्चो को लेकर
नानी क्यों रोती है फोन पे उनकी आवाज सुनकर
जल्दी आ जाओ कह कर क्यों सुबकती हैं
मेरी दादी तो इससे ज्यादा रोती होंगी
जब उनके फोन की घंटी बजती है
और तुम गुस्सा कर कतराती हो
न खुद बात करती हो ना मुझसे बुलवाती हो
कैसे होते हैं दादा-दादी मुझे बतलाओ
जैसे मामा के बच्चे जिद करके नाना-नानी से
मनवाते अपनी बात,
क्या ऎसे हो सकते हैं मेरे भी ठाट
वे बच्चे तो बचपन में हो गये बूढ़े,
जो दादा-दादी की गोद न खेले
अब ये बच्चे कभी जवां न होंगे,
जब बड़ी हो मम्मी की इगो
और ममियाल के झमेले

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