Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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यारो बिखरते इश्क़ का

 

यारो बिखरते इश्क़ का मेयार माँग लो।
उठती नहीं है हमसे ये दस्तार माँग लो।

یارو بکھرتے عشق کا معیار مانگ لو
اٹھتی نہیں ہے ہمسے یہ دستار مانگ لو

वहशत तुम्हारी ज़ात को मुमकिन है कम पड़े
प्यासों से उनके पाँव की रफ़्तार माँग लो।

وحشت تمہاری ذات کو ممکن ہے کم پڑے
پیاسوں سے انکے پاؤں کی رفتار مانگ لو

खुलने नहीं दिया था कभी बाब ए चश्म ए नम
चाहा था तुमसे चश्मे गुहर बार माँग लो।

کھلنے نہیں دیا تھا کبھی باب چشم نم
چاہا تھا تمسے چشم گہر بار مانگ لو

अपना मुदावा आप करें ये तो ठीक है।
सद हैफ़ गर चमन से फ़क़त ख़ार माँग लो।

اپنا مداوا آپ کریں یہ تو ٹھیک ہے
صد حیف گر چمن سے فقط خار مانگ لو

खामोशियो ! अज़ीज़ है मुझको तुम्हारा साथ
पर अब ख़ुदा से कोई नया यार माँग लो।

خاموشیو عزیز ہے مجھکو تمہارا ساتھ
پر اب خدا سے کوئی نیا یار مانگ لو

- तेजस
 

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