तेरी आँखों में आज भी एक सवाल है
रे तुझे वो न जाने क्यों लगा बवाल है
पलती है दोनों के जहन घुटन जिंदगी
प्रिये जो तेरा हाल है वही मेरा हाल है
हम साँझ सवेरे याद तो करते तुमको
तेरी तस्वीर ले प्यार तो करते तुमको
पर तेरा दिन इसी कशमकश बीता है
कैसे भूलूँ इसे जो मेरे दिल में रहता है
---प्रणव मिश्र'तेजस'
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