जिस से जीव-आत्मा संयोग होता।
प्राणी का प्रतिक्षण उपभोग होता।
जड़ जीव बनता,जीव जड़ बनता,
शिव जिससे अलौकिकता में रमता।
वह सत्य आखिर क्या है?
सूक्ष्मतम कण का मिलन शरीर है।
किस के मिलन से बना समीर है?
अविरोध बहता सदियों से है आया,
जिस से सृष्टि इक पुरानी प्राचीर है।
वह सत्य आखिर क्या है?
स्वयं में सहज-सरल,क्या सत्य है?
शिव सहज-सरल,तो शिव सत्य है?
यदि सत्य है तो प्रभु कहाँ विलुप्त है?
मुर्दा सहज-सरल है , वही सत्य है?
वह सत्य आखिर क्या है?
मन जो चाहता है वही करता है।
मस्तिष्क अक्सर भ्रमित होता है।
इन्द्रियाँ जाल विषय भोग बुनती,
क्या इन्द्रियों से परे कुछ होता है?
वह सत्य आखिर क्या है?
समय की निरंतरता का सत्य क्या?
प्राणी-प्रभुता का आखिर सत्य क्या?
बिन साधन जन्म और मृत्यु होती,
ब्रह्माण्ड के साधनों का मूल क्या ?
वह सत्य आखिर क्या है?
बालक सिद्धार्थ जिस से बुद्ध हो गये
विवाह उपरांत कृष्ण महायोगी हो गये
ध्यानियों के ध्यान में कभी न आया,
जब भी आया वे सब परम सुखी हो गये
वह सत्य आखिर क्या है?
---प्रणव मिश्र'तेजस'
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