Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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जब दिल के कोने में कोई

 

जब दिल के कोने में कोई, सन्नाटा भर जाता है
हर कोई रस्ते में चलता...महके नगमे गाता है


खिड़की पे एक चिड़िया आकर खामोश बैठी दिखती है
मेरा साया मुझसे ही जब रूठा रूठा रहता है


सच कहता उस पल बस तेरी याद में रहता हू

तेरी याद नही वो तू ही है .....तेरी याद नही वो तू ही है ......तेरी याद नही वो तू ही है ....

 

 

 

Pratap Pagal

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