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Dr. Srimati Tara Singh
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बापू

 
बापू

स्वदेश से अपने प्यार
अहिंसा नीति जिनका हथियार
हर पल लुटाते अपना प्यार
ऐसे है हमारे बापू
लेकर चलते साथ पुरा हिन्दुस्तान
आंखो पर चश्मा,हाथ में लाठी
चेहरे पर अद्भुत सी मुस्कान
बापू हमारे जब चलते है
तब चलता सारा जहान
राष्ट्र पिता कहलाते है
सत्य का मार्ग दिखाते है
गुलामी की जंजीरें तोड़ने को
अहिंसा का मार्ग अपनाते है
स्वतंत्रता दिलवाने भारत को
अनशन पर बैठ जाते है वो
सत्य का दामन थाम कर
डांडी यात्रा को निकल जाते है वो
ऐसे हमारे प्यारे बापू
हर दुश्मन से लड़ जाते है
स्वर्ग सा सुंदर बने भारत
हर मुमकिन कोशिश कर जाते हैं

प्रीति कुमारी
अध्यापिका
लुधियाना,पंजाब


 






 



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