Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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हुआ यूँ जो सोचा न था

 

हुआ यूँ जो सोचा न था

लेकिन चाहां था

मिला कोई ऐसा जो सोचा न था

लेकिन चाहां था

सुना कुछ ऐसा जो सोचा न था

लेकिन चाहां था

उसने कहां कुछ ऐसा जो सोचा न था

लेकिन चाहां था

सच,

कभी सोचा ना था लेकिन चाहां था

खुदा ने बना दिया था, एक ऐसा जो सोचा भी था और चाहां भी


 


 


वह खुबसूरत है इतना

जितना माँगा ना था

वह चंचल है इतना

कि स्वयं कृष्णा

वह अनोखा है इतना

कि शब्दों मे पिरोया न जा सकता

उसे बनाया रब ने मेरे लिए

भऱोसा हुआ ही ना

तभी तो कहती फिर रही

मिला वो ऐसा जो सोचा न था

दिया खुदा ने ऐसा जो सोचा न था

हुँआ यूं ऐसा जो सोचा न था लेकिन चाहां था


 


 


Preeti Jaiswal


 

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