Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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खुशी के रंग, प्यार के संग

 

खुशी के रंग,
होते है अपने प्यार के संग,
जिसके होते हुए ,
नही होती कोई परवाह,
जो है हर पल साथ रहे,
बनके हमसफ़र ज़िंदगी का,

 

 

उठते बैठते, जागते सोते,
ख़याल रहे बस उसी का
चेहरे पर आ जाती है मुस्कुराहट,
जब नाम ले कोई उसका

 

 

खुशी से भारदे ,
वो ज़िंदगी हमारी,
और अपने प्यार से
बदलदे वो आदाते हमारी,

 

 

साथ उसका अब ,
अछा लगने लगे
ज्ब मुस्कुराते हुए,
वो अपने आप को,
हमारे लिए बदलने लगे,

 

 

खुशी के रंग,
होते है अपने प्यार के संग

 

 

 

Priyanka Bhatia

 

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