बचपन में खिलोना बना
किशोरा में किताब
युवावस्ता में मस्ति
प्रौढ़ा में स्पूर्ति और
बुढ़ापे में सुस्ति।
आखिर तुम हो कौन?
माँ, बाप, भाई, मित्र
डूंढ़ने निकला अर्थ
पाया अर्थ...अर्थ...और अर्थ।
प्रो.संगमेश ब.नानन्नवर
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बचपन में खिलोना बना
किशोरा में किताब
युवावस्ता में मस्ति
प्रौढ़ा में स्पूर्ति और
बुढ़ापे में सुस्ति।
आखिर तुम हो कौन?
माँ, बाप, भाई, मित्र
डूंढ़ने निकला अर्थ
पाया अर्थ...अर्थ...और अर्थ।
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