Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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कर्म तेरा और पथ मेरा

 

" किसी गुरु ने मुझसे कहा था -

 

 

" कर्म तेरा और पथ मेरा ,
बढ़ता जा करके उजेरा ,
मेरी सीख ही तुझे सीख देगी ,
लाएगी ना जीवन में अंधेरा ,
जब डूबने लगौ किसी अंधकारी में ,
बस मेरी हस्ती को याद कर लेना ,
आशाओं का सूरज फिर निकल पड़ेगा ,
खिल जाएगा उम्मीद का नया सवेरा !"

 

 

 

पुष्पेंद्र सिंह कुशवाह ' युवराज '

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