मनबहुतअकुलारहाहै...
ख़ुदकोअभिव्यक्तहीकरपारहाहै....
शरीरइकशवबनगयाहै...
औरदिलभीपत्थरहुआजारहाहै....
जिनकोसौंपकरअपनाकीमतीइक-इकवोट
निश्चिंतहोगएहैंएकदमसेहम...
वहीहरइकशख्स....
हमारेचिथड़े-चिथड़ेकररहाहै...
औरहमारीचिन्दियाँ-चिन्दियाँ.....
नोच-नोचकरखाएजारहाहै....
दिनभरकीकसरतकेबादभी....
किसीकोनसीबनहींबीसरुप्पल्ली....
बीस-बीसहज़ारमाहवारपानेवालाकामगार....
राज-ब-रोजहड़तालपरजारहाहै.....
मेरेआसपासयेभूखे...नंगेऔर
बदहाललोगोंकीभीड़-सीकैसीहै.....
मेरादेशतोबरसोंसेहीशाईनिंगइंडिया....
शाईनिंगइंडियाकीदुदुम्भीबजारहाहै.....
हरतरफ़गंदगी-ही-गंदगीकाआलमहै.....
अबेचुपकरकेबैठजानातू.....
मेरानेताअभीऐ.सी.कीहवामें......
चैनकीबंशीबजारहाहै.....
मेरादिलकिसीकरवट.....
चैनहीनहींपारहाहै....
नाजानेयेकिसआशंकासेघबरारहाहै.....
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